1/13/2022

Yuva Divas (Birthday Celebration of Swami Vivekanand 2022)

 

Yuva Divas

 

स्वामी विवेकानन्द

पूरा नाम (Name)

नरेंद्रनाथ विश्वनाथ दत्त

जन्म (Birthday)

12 जनवरी 1863

जन्मस्थान (Birthplace)

कलकत्ता (पं. बंगाल)

पिता (Father Name)

विश्वनाथ दत्त

माता (Mother Name)

भुवनेश्वरी देवी

घरेलू नाम

नरेन्द्र और नरेन

मठवासी बनने के बाद नाम

स्वामी विवेकानंद 

भाई-बहन

9

गुरु का नाम

रामकृष्ण परमहंस

शिक्षा (Education)

1884 मे बी. ए. परीक्षा उत्तीर्ण

विवाह (Wife Name)

विवाह नहीं किया

संस्थापक

रामकृष्ण मठरामकृष्ण मिशन

फिलोसिफी

आधुनिक वेदांतराज योग

साहत्यिक कार्य 

  • राज योग,
  • कर्म योग,
  • भक्ति योग,
  • मेरे गुरु,
  • अल्मोड़ा से कोलंबो तक दिए गए व्याख्यान

अन्य महत्वपूर्ण काम

  • न्यूयार्क में वेदांत सिटी की स्थापना,
  • कैलिफोर्निया में शांति आश्रम और भारत में अल्मोड़ा के पास अद्धैत आश्रम” की स्थापना।

कथन

उठोजागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाये

मृत्यु तिथि (Death)

 4 जुलाई, 1902

मृत्यु स्थान

बेलूरपश्चिम बंगालभारत

राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व 

भारत में युवा दिवस मनाने की शुरुआत साल 1985 से शुरू हुई थी. वहीं इस दिन को युवा दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान साल 1984 में की गया था. युवा दिवस मनाने के लिए सरकार द्वारा स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस को चुना गया था और तब से अब तक हर साल इस दिन युवा दिवस पूरे देश में मनाया जाता है. स्वामी विवेकानंद अपने विचारों और अपने आदर्शों के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं. उन्होंने काफी कम उम्र के अंदर ही दुनिया में अपने विचारों के चलते अपनी एक अलग ही पहचान बनाई थी. उनके विचारों से युवाओं को सही दिशा मिल सके, इस मकसद से ही उनके जन्म दिवस को इस दिन के लिए चुना गया था.

राष्ट्रीय युवा दिवस कब मनाया जाता है? (National Youth Day Date )

हर साल भारत में 12 जनवरी के दिन को युवाओं के लिए समर्पित किया गया है और इस दिन ही स्वामी विवेकानंद का जन्म भी हुआ था. इस साल में भी इस दिन को पूरे भारत में युवा दिवस के साथ-साथ विवेकानंद जी की 157 वीं जन्म जयंती के रूप में मनाया जायेगा.

अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस 

भारत की तरह पूरी दुनिया में भी युवा दिवस मनाया जाता है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर युवा दिवस को अगस्त के महीने में मनाया जाता है. 12 अगस्त को संयुक्त राष्ट्र  द्वारा युवा दिवस मनाने के तौर पर चुना गया था और इस दिन विश्व में कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. सबसे पहले साल 2000 में इस दिवस का आयोजन होना शुरू हुआ था, लेकिन साल 1985  में इस दिवस की घोषणा संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गई थी.

कौन थे स्वामी विवेकानंद 

स्वामी विवेकानंद का नाम उनके माता-पिता द्वारा नरेंद्रनाथ दत्त रखा गया था. सन् 1863कोलकाता शहर के एक धनी परिवार में जन्मे विवेकानंद के गुरु का नाम श्री रामकृष्ण था. अपने गुरू से ही विवेकानंद ने आध्यात्मिक शिक्षा हासिल की थी और दुनियाभर में हिन्दुत्व के और अपने गुरू के विचारों को फैलाया था. साल 1893 में उनके द्वारा अमेरिका में आयोजित हुए विश्व संसद में दिए गए भाषण को आज भी लोगों ने याद रखा हुआ है. अपने भाषण में उन्होंने भारत, हिंदू धर्म और उनके गुरु श्री रामकृष्ण के विचारों को दुनिया के सामने रखा था. विवेकानंद जी ने अपने जीवनकाल में दुनिया के कई देशों का दौरा किया था और दुनिया भर में योग और वेदान्त को प्रचलित किया था.

इतना ही नहीं उन्होंने पश्चिम संस्कृति और भारतीय संस्कृति के बीच जो दूरी थी उसको भी कम करने में काफी योगदान दिया है. विवेकानंद जी ने अपने जीवन को समाज कार्य के लिए समर्पित कर दिया था और वो एक साधु का जीवन जीते थे. साल 1902 को उन्होंने अपनी अतिंम सांस ली थी. कहा जाता है कि उनके द्वारा समाधि ली गई थी. वहीं उनके द्वारा स्थापित किए गए रामकृष्ण मिशन को आज दुनिया भर में जाना जाता है और इस भारतीय सामाजिक-धार्मिक संगठन के जरिए कर्म योग के सिद्धांतों, धार्मिक अध्ययन और आध्यात्मिकता जैसी चीजों का ज्ञान लोगों के बांट जाता है. इस संगठन की स्थापान सन् 1897 में भारत के कोलकाता शहर में उनके द्वारा की गई थी.

स्वामी विवेकानंद के विचार 

  • स्वामी विवेकानंद का मानना था कि आप प्रभु पर तभी यकीन कर सकते हैं जब आप स्वयं पर यकीन करेंगे. यानी जिस दिन आपको खुद पर विश्वास हो जाएगा तब आप खुद ही भगवान पर भी विश्वास करना शुरू कर देंगे.
  • विवेकानंद जी के अनुसार व्यक्ति को तब तक मेहनत करती रहनी चाहिए जब तक जो अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच जाता. अगर कोई भी व्यक्ति अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी लगन और मेहनत करेगा, तो वो जरूरी कामयाब होगा.
  • उनके अनुसार, व्यक्ति को केवल उसकी आत्मा ही सिखा सकती है. आपकी आत्मा आपकी सबसे अच्छी गुरू है. आत्मा ही आपको आध्यात्मिक बना सकती है. इसलिए अपनी आत्मा की सुने.
  • विवेकानंद जी के मुताबिक अगर भगवान को आप अपने अंदर और दुनिया की जीवित चीजों में नहीं देख पाते, तो आप भगवान को कहीं भी नहीं देख सकते हैं.
  • विवेकांनद जी के विचार थे की मनुष्य का संघर्ष जितना कठिन होगा, उसकी जीत भी उतनी बड़ी होगी. यानी किसी भी चीज को पाने के लिए हर किसी को संघर्ष करना पड़ता है और जितना बड़ा आपका लक्ष्य होगा उतना बड़ा आपका संघर्ष .

युवा दिवस पर रखे गए विषयों की जानकारी (National Youth Day Themes)-

  • साल 2011 का विषय – भारत में साल 2011 में पहली बार युवा दिवस के लिए विषय रखा गया था. 2011 में भारत सरकार द्वारा जो विषय चुना गया था, वो था ‘सबसे पहले भारत’.
  • साल 2012 का विषय – वहीं साल 2012 में इस दिवस के लिए ‘सेलिब्रेट डावर्टिसी इन यूनिटी’ (Celebrating Diversity In Unity) विषय को चुना गया था. इस विषय के जारी देश के युवाओं को एकता का महत्व बताने का प्रयास किया गया था.
  • साल 2013 का विषय- साल 2013 में इस दिवस के लिए ‘अवेकिंग द यूथ पावर’ (‘Awakening The Youth Power’.) विषय को चुना गया था और इस विषय के जरिए देश की युवा शक्ति को प्रोत्साहित करने की कोशिश सरकार द्वारा की गई थी.
  • साल 2014 का विषय- युवाओं के बीच बढ़ रहे नशीले पदार्थों के सेवन को रोकने के लिए साल 2014 में ‘यूथ फॉर ड्रग्स फ्री वर्ल्ड’ (‘Youth For Drugs Free World’) का विषय युवा दिवस के लिए चुना गया था. इस विषय की मदद से युवाओं को नशीले पदार्शों के नुकसान बताने की कोशिश की गई थी.
  • साल 2015 का विषय- इस साल का विषय ‘यंग मंच एंड यूथ फॉर क्लीन, ग्रीन एंड प्रोग्रसिव इंडिया’(‘Youngmanch’ and ‘Youth for Clean, Green and Progressive India’) रखा गया था. इस विषय के माध्यम से युवाओं को साफ –सफाई और पर्यावरण के प्रति जागरूक करने की कोशिश की गई थी.
  • साल 2016 का विषय- ‘इंडिया यूथ फॉर डेवलपमेंट, स्किल और हार्मोनी’ (‘Indian Youth for Development, Skill and Harmony’) विषय को साल 2016 के लिए चुना गया था और युवाओं को विकास, कौशल और सद्भाव के महत्व के बारे में बताया गया था.
  • साल 2017 का विषय- भारत को डिजिटल इंडिया बनाने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाओं चलाई जा रही है और अपने इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार ने युवा दिवस के लिए भी ‘यूथ ऑफ डिजिटल इंडिया’(‘Youth for Digital India’) के विषय का चयन किया था.
  • साल 2018 का विषय- इस साल का विषय संकल्प मे सिद्धि (Sankalp mai Siddhi) रखा गया था. इसके माध्यम से सरकार के द्वारा चली गई योजना संकल्प से सिद्धि को बढ़ावा दिया गया था.
  • साल 2019 का विषय- हर साल की तरह इस साल भी पूरे भारत में इस दिन को मनाया जाएगा. 

युवाओं को प्रेरित करने वाले विचार ( National Youth Day Quotes)

हर युवा के पास ताकत होती है कि वो अपने आनेवाले कल को अच्छा बना सके. युवाओं द्वारा जो मेहनत या पढ़ाई की जाती है, वो उसके भविष्य में जाकर उसे फल देती है. वहीं नीचे कुछ ऐसे विचारों के बारे में बताया गया है, जिनको पढ़कर आपको प्रोत्साहन मिलेगा और आप भी अपने लिए एक बेहतर भविष्य बना सकेंगे.

  • अगर कोई कार्य करते हुए आप से कुछ गलत हो जाता है, तो इसका मतलब ये नहीं की आप हार गए हैं. बल्कि इन गलतियों का मतलब है की आप कुछ पाने की कोशिशों में लगे हुए हैं.
  • अगर आप सकारात्मक सोच रखेंगे तो आपके साथ सब कुछ अच्छा ही होगा. सकारात्मक सोच के जरिए आप अपने जीवन में आसानी से कुछ भी हासिल कर सकते हैं.
  • आप किसी भी लक्ष्य को पाने में तभी नाकाम होते हैं, जब आपके अंदर उसे पाने का जज्बा खत्म हो जाता है. इसलिए आप कभी भी अपने अंदर के जज्बे को खत्म ना होने दें.
  • लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं इस चीज से ज्यादा महत्वपूर्ण ये है कि आप अपने बारे में क्या राय रखते हैं. क्योंकि आपको आप से बेहतर कोई ओर नहीं समझ सकता.
  • कोई भी मुनष्य अपने आपको सही राह पर चला सकता है. इसलिए जब भी आपको लगे की आप गलत राह पर चल रहे हैं, तो अपनी दिशा या राह खुद बदल लें.

विवेकांनद जी के विचार और कार्य युवा के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत की तरह काम करते हैं. उनके विचारों को पढ़ने से युवाओं के अंदर कुछ हासिल करने की उम्मीद पैदा होती है. क्योकि आज के समय में बहुत से युवा नशाखोरी के आदि होते जा रहे है, इसलिए उनके विचारों को हर स्कूल की दीवारों पर लिखा जाता है, ताकि उनको पढ़कर बच्चे अपने जीवन का लक्ष्य तय कर सकें. इतना ही नहीं हर स्कूल और कॉलेजों में उनकी तस्वीरें भी लगाई जाती है ताकि नई पीढ़ी को पता चल सके कि आखिरी कौन थे ये महान व्यक्ति, जिन्होंने दुनिया में भारत की एक अलग पहचान कायम की थी.


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